प्रयोग करते समय प्राथमिक प्रतिबल प्राप्त करने के लिए तीन परस्पर लम्बवत् वेधन छिद्रों में ओवर कोरिंग करनी पड़ती
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प्रयोग किया जाता है तो ओवर कोरिंग से सीधे ही प्राथमिक प्रतिबल प्राप्त हो जाता है जबकि यू0 एस0 एम0 बी0 गेज का
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जब सी0एस0आई0आर0ओ0 सैल का प्रयोग किया जाता है तो ओवर कोरिंग से सीधे ही प्राथमिक प्रतिबल प्राप्त हो जाता है जबकि यू0 एस0 एम0 बी0 गेज का प्रयोग करते समय प्राथमिक प्रतिबल प्राप्त करने के लिए तीन परस्पर लम्बवत् वेधन छिद्रों में ओवर कोरिंग करनी पड़ती है ।
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जब सी0एस0आई0आर0ओ0 सैल का प्रयोग किया जाता है तो ओवर कोरिंग से सीधे ही प्राथमिक प्रतिबल प्राप्त हो जाता है जबकि यू0 एस0 एम0 बी0 गेज का प्रयोग करते समय प्राथमिक प्रतिबल प्राप्त करने के लिए तीन परस्पर लम्बवत् वेधन छिद्रों में ओवर कोरिंग करनी पड़ती है ।
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जब सी 0 एस 0 आई 0 आर 0 ओ 0 सैल का प्रयोग किया जाता है तो ओवर कोरिंग से सीधे ही प्राथमिक प्रतिबल प्राप्त हो जाता है जबकि यू 0 एस 0 एम 0 बी 0 गेज का प्रयोग करते समय प्राथमिक प्रतिबल प्राप्त करने के लिए तीन परस्पर लम्बवत् वेधन छिद्रों में ओवर कोरिंग करनी पड़ती है ।
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जब सी 0 एस 0 आई 0 आर 0 ओ 0 सैल का प्रयोग किया जाता है तो ओवर कोरिंग से सीधे ही प्राथमिक प्रतिबल प्राप्त हो जाता है जबकि यू 0 एस 0 एम 0 बी 0 गेज का प्रयोग करते समय प्राथमिक प्रतिबल प्राप्त करने के लिए तीन परस्पर लम्बवत् वेधन छिद्रों में ओवर कोरिंग करनी पड़ती है ।